श्रीमान् कैलाश सत्यार्थी को "भारतरत्न" दिया जाय ।
सेवार्थ,
श्रीमान् गृह सचिव,
गृह मंत्रालय, भारत सरकार, नई दिल्ली ।
प्रेषक:-
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प्रो0 सदानंद पॉल,
पोस्ट- नवाबगंज, वाया- मनिहारी, ज़िला- कटिहार (बिहार), पिन-854113
विषय:-
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आगामी 'भारत रत्न' सम्मान के लिए भारत के नागरिक श्रीमान् कैलाश सत्यार्थी के नामार्थ अग्रांकित उपलब्धियाँ लिए अनुशंसा सादर प्रेषित ।
महाशय,
सादर निवेदन है, मैं (सदानंद पॉल) एक भारतीय नागरिक होने के तत्वश: भारत के विशिष्ट नागरिक श्रीमान् कैलाश सत्यार्थी के अग्रांकित उपलब्धियाँ (वेब पेज,पत्र-पत्रिकाओं से साभार) होने को लेकर उन्हें 'भारत रत्न' सम्मान प्रदानार्थ अपनी अनुशंसा प्रेषित कर रहा हूँ:-
-:श्रीमान् कैलाश सत्यार्थी : विशिष्टोपलब्धि लिए परिचय:-
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जन्म:- 11.01.1954 को विदिशा (म.प्र.) में ।
शिक्षा:- सम्राट अशोक प्रौद्योगिकी संस्थान, विदिशा से विद्युत यांत्रिकी ।
सक्रियता:-
"बाल अधिकार कार्यकर्ता के रूप में प्रसिद्धि । बाल-शिक्षा के प्रति समर्पित और बाल-श्रम के विरुद्ध अभियान 'बचपन बचाओ आंदोलन' के प्रणेता और संरक्षक हैं। वर्ष 1980 में 'बचपन बचाओ आन्दोलन' की स्थापना के बाद से अबतक वे विश्वभर के लगभग 150 देशों के लगभग 1,00,000 बच्चों के अधिकारों के रक्षार्थ कार्य कर चुके हैं। सत्यार्थी जी के कार्यों के कारण ही वर्ष 1999 में अंतरराष्ट्रीय श्रम संघ द्वारा बाल श्रम की निकृष्टतम श्रेणियों पर संधि-पत्र अंगीकृत किया गया, जो अब दुनियाभर की सरकारों के लिए इस क्षेत्र में प्रमुख मार्गनिर्देशिका के रूप में व्यवहृत हैं ।
उनके कार्यों को विभिन्न राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय सम्मानों व पुरस्कारों द्वारा सम्मानित किया गया है। इन पुरस्कारों में वर्ष 2014 का नोबेल शान्ति पुरस्कार भी शामिल है, जो उन्हें पाकिस्तान की नारी शिक्षा कार्यकर्ता सुश्री मलाला युसुफ़ज़ई के साथ सम्मिलित रूप से प्रदान किया गया है । वे पेशे से वैद्युत इंजीनियर रहे, किन्तु उन्होने 26 वर्ष की उम्र में ही करियर छोड़कर बच्चों के लिए काम करना शुरू कर दिए । इस समय वे 'ग्लोबल मार्च अगेंस्ट चाइल्ड लेबर' (बाल श्रम के ख़िलाफ़ वैश्विक अभियान) के अध्यक्ष भी हैं । वर्तमान में सत्यार्थी जी सपरिवार नई दिल्ली में रहते हैं।
सत्यार्थी जी के पुरस्कार/सम्मान का विवरण:-
2015: ह्युमेनीटेरियन पुरस्कार (हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी),
2014: नोबेल शांति पुरस्कार (नॉर्वे),
2009: डिफेण्डर्स ऑफ डेमोक्रैसी पुरस्कार (अमेरिका),
2008: अल्फांसो कोमिन अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार (स्पेन),
2007: सिनेट का स्वर्ण पदक (इटली),
2007: आधुनिक दासता समाप्ति हेतु कार्यरत नायक सम्मान (US),
2006: फ्रीडम पुरस्कार (US),
2002: वालेनबर्ग मेडल (मिशिगन यूनिवर्सिटी),
1998: गोल्डेन फ्लैग पुरस्कार (नीदरलैण्ड्स),
1995: रॉबर्ट एफ केनेडी मानवाधिकार पुरस्कार (अमेरिका),
1995: ट्रम्पेटर पुरस्कार (अमेरिका),
1994: दी अचेनर अंतरराष्ट्रीय शान्ति पुरस्कार (जर्मनी),
1993: अशोक फेलो (अमेरिका).
.................. इत्यादि सहित उपर्युक्त विशिष्टोपलब्धियों हेतु श्रीमान् कैलाश सत्यार्थी को आगामी 'भारत रत्न' सम्मान प्रदान करने की कृपा कर सम्मान को और भी उत्तुंगता होने का अवसर देंगे, चूँकि ऐसे कई नोबेल पुरस्कार प्राप्तकर्त्ता भारतीय और विदेशी को पूर्व में 'भारत रत्न' मिल चुका है, इसलिए सत्यार्थी जी प्रबल दावेदार हैं ।
प्रस्तुत अनुशंसा विचारार्थ सादर प्रेषित ।
भवदीय:-
सदानंद पॉल,
13.09.2016
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